NEW DELHI. भारत और चीन से टकराव के मुद्दे पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। खड़गे ने ट्वीट किया कि ऐसा प्रतीत होता है कि मोदी सरकार की लाल आंख पर चीनी चश्मा लग गया है। क्या भारतीय संसद में चीन के खिलाफ बोलने की अनुमति नहीं है? वहीं, लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में तीखी बहस हो गई। अतिरिक्त अनुदान की मांग पर 12 दिसंबर को वित्त मंत्री ने आंकड़े पेश किए। 13 दिसंबर को चर्चा के दौरान महुआ मोइत्रा ने कुछ आंकड़े बताकर सरकार और अतिरिक्त अनुदान को झूठा बताया। 14 दिसंबर को निर्मला सीतारमण ने सरकार पर उठाए गए सभी सवालों के जवाब दिए।
महुआ का सवाल- अब पप्पू कौन है, पप्पू कहां है?
निर्मला सीतारमण ने महुआ मोइत्रा को सलाह दी कि पप्पू को संसद में या कहीं और न ढूंढिए। इसके बाद महुआ ने सवाल किया- अब पप्पू कौन है, पप्पू कहां है? सीतारमण ने जवाब दिया कि वे अपने ही घर में देखें तो उन्हें पश्चिम बंगाल में ही मिल जाएगा। इसमें कोई शक नहीं है। आम आदमी के लिए चलाई जा रही योजनाओं को बंगाल सरकार लागू नहीं करती। इसलिए पप्पू को कहीं और ढूंढने की जरूरत नहीं है।
महुआ ने सवाल किया कि पागल के हाथ में माचिस किसने दी? इस पर सीतारमण ने जवाब दिया - बात ये है कि माचिस किसके हाथ में है। मैं इस पर बहुत ज्यादा डिटेल में नहीं जाना चाहती क्योंकि वह शायद अपने सवालों को मसाला देना चाहती थीं। किसने माचिस दिया ये मुद्दा नहीं है। ये पूछकर हम जनता को नीचा दिखाना नहीं चाहते। हमारे हाथ में माचिस जनता ने दिया है। माचिस किसके हाथ में कैसे इस्तेमाल होता है वही महत्वपूर्ण होता है। जब हमारे हाथ में माचिस थी तो हमने उज्ज्वला दिया, उजाला दिया, PM किसानयोजना दी, हमने स्वच्छ भारत अभियान चलाया। जब आपके हाथ में माचिस आई तो दंगे हुए, लूट हुई, रेप हुआ, हमारे कार्यकर्ताओं के घर जला दिए। बंगाल चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्री तक सुरक्षित नहीं थे। माचिस किसके हाथ में कैसे काम आया, वो हमें समझना चाहिए।
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सीतारमण ने आंकड़ों में बताया- क्यों है अनुदान की जरूरत
वित्त मंत्री सीतारमण ने संसद में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार महंगाई कम करने के लिए जरूरी कदम उठा रही है। इसके लिए उन्होंने विस्तार से जानकारी दी और आकड़ों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि फर्टिलाइजर सब्सिडी के लिए 1.09 लाख करोड़ रुपए के की अनुपूरक अनुदान की मांग की जा रही है। भारत फर्टिलाइजर का बड़ा आयातक है। हमें फर्टिलाइडर के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने पर ध्यान देने की आवश्यकता है। सीतारमण ने कहा- नवंबर में खुदरा महंगाई 6.77 से घटकर पिछले 11 महीने के निचले स्तर 5.8 फीसदी पर आ गई है।